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शैक्षिक तकनीकी एवं मूल्यांकन

                               अनुसंधान वैधता इसका संबंध शोध निष्कर्षों से होता है। शोध निषकर्ष कितने सार्थक एवं उपयोगी हैं। इसका अनुमान उसके व्यवहारिक रूप से लगाया जाता है। १- आन्तरिक वैधता- से तातपर्य उन निष्कर्षो से होता है जिनमें आकडे नियन्त्रित परिस्थिति में प्राप्त किये जाते हैं। प्रयोगात्मक शोधों की आन्तरिक वैधता अधिक होती है। परिस्थितियां जितनी अधिक नियन्त्रित होती हैं आन्तरिक वैधता उतनी अधिक होती है। २- बाह्य वैधता- इसका संबंध उन शोध निष्कर्षों से है जिनमें न्यादर्श जनसंख्या का शुद्ध रूप में प्रतिनिधित्व करता है। सर्वेक्षण विधि से प्राप्त निष्कर्षेा की बाह्य वैधता अधिक होती है। तथा अन्तरिक वैधता अधिक होती है।                     प्रजाति वृत्तिक अनुसंधान यह सांकेतिक अन्त: क्रिया और सूक्ष्म मानव व्यवहार का अध्ययन है। इसमें सामान्यीकरण को महत्व नही दिया जाता । प्रजातिवृत्त मानवशास्त्र की शाखा है। इसमें विभिन्न समय में प्रजातियों का इतिहास एवं उसके आर्विभाव का अध्ययन किया जाता है। प्रजातिवृत्त अनुसंधान में व्यक्तियों के व्यवहारों  का अध्ययन किया जाता है। एवं व्य
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शैक्षिक अनुसंधान

अनुसंधान अनुसंधान एक ऐसी व्यवस्था है जिसके द्वारा नवीन तथ्यों की खोज की जाती है। तथा प्राचीन तथ्यों की पुन: व्याख्या की जाती है। - पी वी यंग नवीन ज्ञान की प्रप्ति के व्यवस्थित प्रयास को अनुसंधान कहते हैं। - रैडमैन तथा मोरी मौलिक अनुसंधान( Fundamental research) इस प्रकार के अनुसंधान में शिक्षा समबन्धी आधारभूत सिद्धान्तों नियमों तथा तथ्यों की खोज की जाती है। विशेषताएं व्यवस्थित अनुसंधान एवं विशेषज्ञों का क्षेत्र प्राचीन अधिगम शिक्षण सिद्धान्तो की नवीनतम विवेचना Applied research अनुप्रयुक्त अनुसंधान इसका सम्बन्ध व्यवहारिक समस्याओं के वर्तमानकालिक समाधान से होता है। मौलिक अनुसंधान के माध्यम से खोजे गये सिद्धान्तों व नियमों की विवेचना वर्तमान संदर्भ में किसी क्षेत्र व समस्या को केन्द्र मानकर की जाती है। इसमें वास्तविक परिस्थितियों मे नियमों की सार्थकता व उपयुक्तता का अध्ययन किया जाता है। विशेषताएं नियमों व सिद्धान्तों की दैनिक कार्य क्षेत्र की सम्स्याओं का समाधान। वर्तमान हेतू नीति निर्धारण प्रक्रिया मौलिक अनुसंधान पर आधारित। Action rese

शिक्षा के मनोवैज्ञानिक आधार Psychological foundation of education

शिक्षा का मनोवैज्ञानिक आधार अधिगम अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त सूझ का सिद्धान्त Gestalt theory, Insight theory गेस्टाल्टवाद पूर्णाकार समग्रता जर्मन शब्द वर्दिमर कोहलर कोफका लेविन दवारा सिद्धान्त की विशेषताएं 1 इसमे व्यकति समस्या का पूर्ण रूप से अवलोकन करता है। 2 यान्त्रिक क्रियाओं की अपेक्षा उददेश्य पूर्ण व चेतना बद्ध प्रयास पर बल दिया। 3 समस्या का समाधान अचानक व्यक्ति के मस्तिष्क मे आता है। 4 प्रयास व त्रुटि व अनुबन्धन द्वारा सीखने को नही माना। 5 अधिगम हमेशा उददेश्य पूर्ण खोजपरक एवं सृजनात्मक होता है। 6 सूझ के लिए समस्यातमक परिस्थिती आवश्यक है। 7 पूर्व अनुभव सहायक। 8 सूझ के लिए अभ्यास की आवश्यकता नही। 9 इस प्रकार के अधिगम का दूसरी स्थिति मे transfer हो सकता है। प्रयोग इन्होने अपना प्रयोग एक चिम्पेन्जी पर किया उसको एक पिंजरे में बन्द किया और छत से केला लटका दिया तथा एक लकड़ी का बक्सा रख दिया। सुल्तान ने उछल कर केले को पाने का प्रयास किया परन्तु वह असफल रहा। वह कोने में बैठ गया और पूरी परिस्थिति का सही से अवलोकन किया तभी उसके मस्तिष्क में एक विचार

शिक्षा के सामाजिक आधार Sociological basis of education

शिक्षा के सामाजिक आधार शिक्षा तथा समाज मे अटूट सम्बन्ध है। जैसा समाज होगा वैसी ही वहां की शिक्षा व्यवस्था होगी। आधूनिक समाज विज्ञान पर विशेष बल आदर्शवादी समाज आध्यात्मिक विकास पर बल भौतिकवादी समाज भौतिक सम्पन्नता पर बल प्रयोजनवादी समाज क्रिया एवं व्यवहार पर बल जन्तन्त्रवादी समाज लोकतान्त्रिक आदर्शो पर आधारित शिक्षा एक सामाजिक प्रक्रिया है। समाज सामाजिक सम्बन्धों का जाल होता है। शिक्षा का समाज पर प्रभाव सामाजिक विरासत का संरक्षण सामाजिक भावना को जाग्रत करना समाज का राजनैतिक विकास समाज का आर्थिक विकास सामाजिक नियन्त्रण् सामाजिक परिवर्तनों को बढ़ावा सामाजिक सुधार बालक का सामाजीकरण समाज का शिक्षा पर प्रभाव शिक्षा के स्वरूप का निर्धारण शिक्षा के उददेश्य का निर्धारण शिक्षा की पाठयचर्या का निर्धारण शिक्षण विधियों का निर्धारण विद्यालय के स्वरूप का निर्धारण प्रबन्धन के तरीकों का निर्धारण शैक्षिक समाजशास्त्र की प्रकृति शैक्षिक समाजशास्त्र शैक्षिक समस्याओं के लिए समाजशास्त्र का प्रयोग है। यह शिक्षाशास्त्री