अनुसंधान वैधता इसका संबंध शोध निष्कर्षों से होता है। शोध निषकर्ष कितने सार्थक एवं उपयोगी हैं। इसका अनुमान उसके व्यवहारिक रूप से लगाया जाता है। १- आन्तरिक वैधता- से तातपर्य उन निष्कर्षो से होता है जिनमें आकडे नियन्त्रित परिस्थिति में प्राप्त किये जाते हैं। प्रयोगात्मक शोधों की आन्तरिक वैधता अधिक होती है। परिस्थितियां जितनी अधिक नियन्त्रित होती हैं आन्तरिक वैधता उतनी अधिक होती है। २- बाह्य वैधता- इसका संबंध उन शोध निष्कर्षों से है जिनमें न्यादर्श जनसंख्या का शुद्ध रूप में प्रतिनिधित्व करता है। सर्वेक्षण विधि से प्राप्त निष्कर्षेा की बाह्य वैधता अधिक होती है। तथा अन्तरिक वैधता अधिक होती है। प्रजाति वृत्तिक अनुसंधान यह सांकेतिक अन्त: क्रिया और सूक्ष्म मानव व्यवहार का अध्ययन है। इसमें सामान्यीकरण को महत्व नही दिया जाता । प्रजातिवृत्त मानवशास्त्र की शाखा है। इसमें विभिन्न समय में प्रजातियों का इतिह...