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अरविन्द



अरविंद
Books
Life divine
The mother on the Veda
Light of Yoga on education
Essays on Geeta
The national value of arts
Arvindo – Integeral education
Spiritual teaching and yoga practice

समग्र योग दर्शन
अरविंद ने गीता के कर्मयोग तथा ज्ञान योग की व्याख्या की है
उदात सत्य का ज्ञान (Realization of sublime truth) समग्र जीवन दृष्टि दवारा

तत्व मीमांसा
ईश्वर सृष्टि का निर्माता है।
 मानव जीवन का अन्तिम उददेश्य सत् चित आनन्द की प्राप्ति है।

ज्ञान मीमांसा
भौतिक और आध्याित्मक ज्ञान के भेद को जानना ही ज्ञान है।

ज्ञान के प्रकार
द्रव्य ज्ञान साधारण ज्ञान
आत्मज्ञान उच्च ज्ञान
वस्तु जगत का ज्ञान

उददेश्य
नैतिक सांसकृतिक बौद्धिक व्यावसायिक आध्यात्मिक विकास पर बल।
मानसिक विकास पर बल

पाठयचर्या
स्वतन्त्र वातावरण का समर्थन किया ।
रूचि और याग्यता के अनुसार सभी विषयों को शामिल किया जाना चाहिए
इतिहास भूगोल समाजशास्त्र गणित विज्ञान अर्थशास्त्र वाणिज्य कला खेलकूद व्यायाम कृषि
ध्यान योग दर्शन आदि।

शिक्षण विधि
योग क्रिया व्याख्यान
कहानी पुस्तकीय ज्ञान स्वक्रिया व तर्क को आधार माना।

शिक्षक
पथप्रदर्शक व सहायक
शिक्षक केवल बच्चों को स्वयं ज्ञान प्राप्त करने में सहायता देता है।

शिक्षार्थी
केन्द्र विन्दु योग्यता के आधार पर शिक्षण
,ब्रहमचर्य का पालन और योग

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