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आदर्शवाद idealism notes in hindi for ugc net



आदर्शवाद (Idealism)
प्रवर्तक प्लेटो
समर्थक हीगल
फ्रोबेल
बर्कले
कांट
डेकार्ट
स्पिनोजा
शोपेनहोवर

 

  यह सबसे प्राचीन विचारधारा है यह विचारो को प्रधान मानती है
 आदर्शवाद मन पर सर्बाधिक बल देता है
 विचारों का ज्ञान ही सच्चा ज्ञान है
 वही विचार सत्य है जो स्थापित तथा मान्य सत्ता के साथ संगति रखता है
 यह व्यक्ति के विकास पर वल देता है
 व्यक्ति तथा संसार दोनो बुद्धि की अभिव्यक्तियां है।
 विभिन्नता में एकता
 आत्मानुभूती या व्यक्तित्व का उत्कर्ष
 शाश्वत मूल्यों तथा आदर्शों की प्राप्ति
 सांसकृतिक विरासत की संवृ्द्धि
 पवित्र जीवन की प्राप्ति
 पूर्ण चेतना की प्राप्ति

तत्व मीमांसा(Metaphysics)
अन्तिम यथार्थ ज्ञान और तर्क की शक्ति है।
आत्मा व्यक्ति का असली रूप है।
भौतिक संसार का कोइ वास्तविक अर्थ नही है।
विचार ही यथार्थ है।

मूल्य मीमांसा
स्वतन्त्र मूल्य पूर्व ज्ञान के आधार पर बदला नही जा सकता ।
मूल्य शाश्वत मानते हैं।
मानव दावारा कोइ परिवर्तन सम्भ्व नही।
मनुष्य मूल्य बनाता नही खोज करता है।

आदर्शवाद के रूप
व्यक्तिवादी आदर्शवाद बर्कले
प्रपंचवादी आदर्शवाद कान्ट
ऐतिहासिक आदर्शवाद क्रोचे
निर्पेक्षवाद हीगल

शिक्षण विधियां
रायबर्न आर्दशवाद शिक्षण विधियों में गरीब है
सुकरात प्रश्नोत्तर विधी
प्लेटो संवाद विधि
अरस्तू आगमन और निगमन विधि
डेकार्ट सरल से जटिल विधि
पेस्टालाजी अभ्यास प्रशिक्षण् एवं क्रिया विधी
हरबर्ट निर्देशन विधि
फ्रोबेल खेल विधि
हीगल तर्क विधि

अनुशासन
प्रभावात्मक अनुशासन
फ्रोबेल बच्चे बगीचे के पौधे और शिक्षक माली है,
अध्यापक प्राथमिक आौर बच्चा गौढ
सत्यम शिवम सुन्दरम मुख्य मूल्य प्लेटो के अनुसार

पाठयक्रम
सत्यम भाषा साहित्य भूगोल गणित दर्शन ज्योतिष
शिवम धर्म राजनीति अर्थशास्त्र नीतिशास्त्र समाजशास्त्र
सुन्दरम कविता संगीत कला

Comments

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